राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री नड्डा ने कहा कि अखिलेश यादव की सरकार ने बनारस और लखनऊ में हुए धमाकों के आरोपी आतंकवादी को छोड़ने का कार्य किया था, ये स्पष्ट है कि ये आतंकवादी और देशद्रोहियों के दोस्त है। एक तरफ विपक्ष है जो धर्म के आधार पर योजनाओ का निर्धारण करता है और एक तरफ आदरणीय श्री नरेन्द्र मोदी जी है जिन्होंने पीएम आवास योजना, पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना, पीएम आयुष्मान भारत योजना, पीएम उज्ज्वला योजना जैसी योजनाओं में बिना किसी भेदभाव के सबको बराबर लाभ दिया है।
श्री नड्डा ने कहा कि इंडी गठबंधन दलित, आदिवासी और पिछड़ा विरोधी है। यह लोग दलित, आदिवासी और पिछड़े वर्ग के आरक्षण पर डाका डालकर तुष्टीकरण की राजनीति करना चाहते हैं। कलकत्ता उच्च न्यायालय ने कहा कि धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं दिया जा सकता। कांग्रेस नेता राहुल गांधी संविधान को लेकर घूमते हैं, लेकिन उन्होंने उसे कभी पढ़ा नहीं है। बाबा साहेब अंबेडकर ने भी धर्म के आधार पर आरक्षण का विरोध किया था। कांग्रेस की सरकार ने संयुक्त आंध्र प्रदेश में 4 बार और कर्नाटक में 2 बार धर्म के नाम पर आरक्षण देने का प्रयास किया है | बंगाल में ममता बनर्जी ने 2010 के बाद विशेष वर्ग को जो आरक्षण दिया था, कलकत्ता हाई कोर्ट ने उसे निरस्त कर दिया है। आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने कहा है कि उनके रहते दलित, आदिवासी और पिछड़ो के आरक्षण को कोई हाथ नहीं लगा सकता है। इंडी गठबंधन राम विरोधी, सनातन विरोधी और राष्ट्र विरोधी भी है। कांग्रेस सरकार ने कोर्ट में हलफ़नामा दिया था कि राम का कोई अस्तित्व नहीं है और राम काल्पनिक हैं। राम का कोई ऐतिहासिक या वैज्ञानिक आधार नहीं है।इसलिए वह अब तक रामलला के दर्शन करने की हिम्मत नही जुटा पाईं हैं , प्रियंका गांधी और सोनिया गांधी इसपर चुप्पी साधे बैठे रहे इंडी गठबंधन के नेता उदयनिधि स्टालिन और ए राजा ने सनातन धर्म पर आपत्तिजनक टिप्पणी की, लेकिन राहुल गांधी जेएनयू में राष्ट्रविरोधी और आतंकवादी के समर्थन में नारे लगाए गए और कांग्रेस नेता राहुल गांधी नारे लगाने वालों के साथ जाकर खड़े हो गए थे। कांग्रेस ने राष्ट्रविरोधी नारे लगाने वाले एक व्यक्ति को अपना लोकसभा प्रत्याशी भी बनाया है। यह चुनाव डो खेमों में बंटा हुआ है, एक ओर राष्ट्रवादी ताकत है जो देश को आगे ले जाना चाहते हैं और दूसरी ओर वह लोग हैं जो समाज को खंडितकर राष्ट्र को पीछे ले जाना चाहते हैं। श्री नड्डा ने भाजपा और एनडीए के सभी प्रत्याशियों को भारी मतों से विजयी बनाने और फिर एक बार मोदी सरकार बनाने की अपील की।