श्री मोदी ने कहा कि राजधानी दिल्ली में हो रहे इन विकास कार्यों के बीच इंडी गठबंधन दिल्ली को तबाह करने में जुटा है।

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श्री मोदी ने कहा कि राजधानी दिल्ली में हो रहे इन विकास कार्यों के बीच इंडी गठबंधन दिल्ली को तबाह करने में जुटा है। इंडी गठबंधन के नेता राजनीति का पतन करने और करोड़ों देशवासियों का भरोसा तोड़ने के लिए जिम्मेदार हैं। भ्रष्टाचार मिटाने के नाम पर राजनीति में आए नेता अब लाखों करोड़ों रुपए के घोटालों में जेल के चक्कर लगा रहे हैं। कांग्रेस तो पूरी तरह उजागर हो गई है। पहले कांग्रेस पत्रकार वार्ता कर शराब घोटाले का श्रेय लेती थी लेकिन आज कांग्रेस ने शाही परिवार के कहने पर भ्रष्टाचारी को ही गले लगा लिया। कांग्रेस के स्थानीय नेता भी दुविधा में हैं क्योंकि दिल्ली-हरियाणा में दोस्ती और पंजाब में कुश्ती का ढोंग का ज्यादा दिन नहीं चल सकता है। जनता देख रही है कैसे एक भ्रष्टाचारी दूसरे भ्रष्टाचारी को संरक्षण दे रहा है। एक जमाने में कांग्रेस पूरे देश पर राज करती थी लेकिन आज दिल्ली में चार सीटों पर भी नहीं लड़ पा रही है। कांग्रेस उस सीट पर भी नहीं लड़ पा रही है जहां कांग्रेस का शाही परिवार रहता है। लेकिन फिर भी कांग्रेस का घमंड नहीं टूटा है। इंडी गठबंधन ने अपने राजनीतिक स्वार्थ में जनता के स्वास्थ्य को भी दांव पर लगा दिया। केन्द्र सरकार पूरे देश में 5 लाख रुपए तक का निशुल्क स्वास्थ्य कवर दे रही है लेकिन इंडी गठबंधन के दलों ने दिल्ली में इस योजना पर भी रोक लगा रखी है। मोदी ने अब हर वर्ग, हर जाति के 70 वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्ग को आयुष्मान भारत योजना के दायरे में शामिल करने का संकल्प लिया है लेकिन इंडी गठबंधन के कुंठित राजनीति के कारण दिल्ली की जनता को दिल्ली सरकार के अस्पतालों में इसका लाभ नहीं मिल पाएगा। इंडी गठबंधन के दल नहीं चाहते कि किसी भी बुजुर्ग को ये लाभ नहीं मिलने देना चाहते हैं। दिल्ली के एक भी बुजुर्ग का मत इंडी गठबंधन को नहीं जाना चाहिए। जब 24 घंटे दिमाग में सिर्फ वोटबैंक चलता है तो न इस तरह की योजनाएं संभव हो पाती हैं और न ही विकास का कोई अता पता होता है। यशस्वी प्रधानमंत्री जी ने कहा कि इंडी गठबंधन तुष्टिकरण के लिए सारी हदें पार कर चुका है। कांग्रेस के घोषणापत्र में मुस्लिम लीग की छाप स्पष्ट दिखाई देती है। इंडी गठबंधन के घोषणापत्र में सरकारी ठेकों को धर्म के आधार पर बांटने की घोषणा की गई है। ये खेल की टीमों का चुनाव भी धर्म के आधार पर करना चाहते हैं। इंडी गठबंधन देश के बजट को धर्म के आधार पर आवंटित करना चाहते हैं। कांग्रेस के शहजादे तो जनता की संपत्ति का एक्स-रे कर, जनता की संपत्ति का आधा हिस्सा अपने वोटबैंक को देना चाहते हैं। कांग्रेस पिछले कई वर्षों से ऐसा करती आ रही है। माननीय प्रधानमंत्री जी ने कहा कि 2014 के चुनाव से पहले मनमोहन सिंह की रिमोट कंट्रोल सरकार ने वोटबैंक के लिए वोट जिहाद करने वालों से सौदा किया। कांग्रेस ने वोट के बदले दिल्ली के लोगों की संपत्ति का सौदा किया। अपने वोटबैंक को खुश करने और चुनाव में लाभ के लिए यूपीए सरकार ने भारत के महान विरासत की 123 संपत्तियों को रातों रात वक्फ बोर्ड को सौंप दिया था। यह सभी संपत्तियां दिल्ली के प्राइम लोकेशन पर थी, जहां गज भर जमीन की कीमत लाखों रुपए थी। यह मौकापरस्त गठबंधन तुष्टिकरण के लिए देश में हिंसा भी फैला सकता है। सीएए कानून आने के समय इन लोगों ने दिल्ली को महीनों तक बंधक बनाए रखा, पहले रास्तों को रोके रखा और फिर दंगे करवाए, लेकिन आज इनके झूठ का पर्दाफाश हो चुका है। दिल्ली में कई वर्षों से रह रहे शरणार्थियों को नागरिकता प्रदान की जा रही है। यह सभी लोग पड़ोसी देशों से प्रताड़ित होकर आए हिन्दू, जैन, बौद्ध, सिख, पारसी और ईसाई समुदाय के लोग हैं, जिनमें से ज्यादातर दलित समाज से हैं। इंडी गठबंधन के लोग घुसपैठियों के लिए आंसू बहाते हैं और जिन लोगों के साथ 1947 में अन्याय हुआ, उन्हें हिकारत की नजरों से देखते हैं। तुष्टिकरण के लिए यह लोग समूचे देश को सांप्रदायिकता की भेंट चढ़ाना चाहते हैं। बाबा साहब अंबेडकर धर्म के आधार पर आरक्षण के विरुद्ध थे, मगर इंडी गठबंधन के नेता खुएआम कह रहे हैं कि एससी, एसटी और ओबीसी का आरक्षण धर्म के नाम पर बांट देंगे। राम मंदिर के प्रति विपक्षी गठबंधन के रवैये को पूरा देश देख रहा है। अब यह लोग राम मंदिर पर दिए गए सुप्रीम कोर्ट के निर्णय को पलटना चाहते हैं। यह लोग खुलकर कह रहे हैं कि धारा 370 को वापस लाएंगे और भारत के परमाणु हथियारों को समाप्त कर देंगे। दिल्ली की जनता को 25 मई विकसित भारत के संकल्प के साथ मतदान करना है। माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने स्थानीय भाजपा प्रत्याशियों को भारी मतों से विजयी बनाने की अपील की।

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