केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने टीवी न्यूज चैनलों पर कांग्रेस द्वारा एग्जिट पोल का बहिष्कार करने के निर्णय पर करारा हमला किया और कहा कि ये कोई नई बात नहीं है कि कांग्रेस पार्टी एग्जिट पोल पर चर्चा का बहिष्कार कर रही है। काफी समय से कांग्रेस पार्टी डिनायल मोड में ही है। कांग्रेस ने पूरे चुनाव में एक कैंपेन किया कि इनका बहुमत आने जा रहा है, लेकिन अब उनको भी स्थिति मालूम है कि कल के चुनाव के बाद आने वाले एग्ज़िट पोल में इनकी प्रचंड हार होने वाली है। और, किस मुँह से कांग्रेस मीडिया का सामना करें? इसलिए कांग्रेस एग्ज़िट पोल की पूरी एक्सर्साइज़ को यह कह कर नकार रही है कि एग्जिट पोल का कोई मतलब नहीं है। चार तारीख को परिणाम आने हैं और एग्ज़िट पोल का समय चल रहा है। हर बार कांग्रेस इसमें हिस्सा लेती है, मगर इस बार हार के कारण को बयां ना कर पाने की स्थिति में वो एग्जिट पोल का बहिष्कार कर रही है।
श्री शाह ने कहा कि जब से राहुल गाँधी कांग्रेस की मुख्य व्यवस्था में आए हैं, तब से कांग्रेस पार्टी डिनायल मोड में जी रही है। सुप्रीम कोर्ट से कोई अनुकूल जजमेंट नहीं आता है, तो न्यायिक व्यवस्था पर सवाल खड़े कर देना, इलेक्शन कमीशन की प्रक्रिया पर सवाल खड़े कर देना, ईवीएम पर सवाल खड़े कर देना, संसद में बहस करने की जगह संसद को छोड़कर भाग जाना, संवैधानिक पदों की अवहेलना करना, इनकी मिमिक्री करना और एजेंसियों पर भी सवाल खड़ा करना। मुझे लगता है कि राहुल गाँधी के कांग्रेस में मुख्य व्यवस्था में आने के बाद कांग्रेस देश की सभी प्रकार की संस्थाओं चाहे मीडिया हो, चाहे न्यायिक व्यवस्था हो, चाहे पार्लियामेंट हो, चाहे संवैधानिक पद पर बैठे हुए लोग हो, चाहे एजेंसियां हो, सबके सामने डिनायल मोड में आ चुकी है।
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि ये इसी का परिणाम है कि ये कल के एग्ज़िट पोल का बहिष्कार कर रहे हैं। मैं कांग्रेस के नेताओं को कहना चाहता हूँ कि शुतुरमुर्ग वृत्ति से कभी किसी का फायदा नहीं हो होता है। डटकर हार का सामना करना चाहिए, आत्मचिंतन करना चाहिए और आगे बढ़ना चाहिए। भारतीय जनता पार्टी ने भी कई चुनाव हारे, मगर कभी मीडिया या एग्जिट पोल का बहिष्कार नहीं किया। मुझे पूरा विश्वास है कि आने वाले दिनों के एग्जिट पोल भारतीय जनता पार्टी के 400 पार के नारे को धरातल पर उतारने वाले नतीजे लेकर आएगा।