अपर मुख्य सचिव, आपदा प्रबंधन विभाग ने की जिलाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक, आपदा मोचन बल को दिए महत्त्वपूर्ण निर्देश, कोसी एवं गंडक नदी के बढ़ते जलस्तर को लेकर एसडीआरएफ और एनडीआरएफ टीम कमांडर को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से दिए महत्त्वपूर्ण निर्देश, बैठक में संबंधित जिले के जिलाधिकारी, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ कमांडेंट के साथ आपदा प्रबंधन विभाग के अन्य वरीय पदाधिकारी रहे मौजूद. कोसी एवं गंडक नदी में बढ़ते जलस्तर को देखते हुए श्री प्रत्यय अमृत, अपर मुख्य सचिव, आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा संबंधित जिलाधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा बैठक आयोजित की गई. अपर मुख्य सचिव ने संबंधित जिले में बाढ़ से निपटने हेतु महत्त्वपूर्ण निर्देश दिए. उन्होंने जिलाधिकारियों को बाढ़ प्रभावित जिलों में आवश्यतानुसार राहत शिविर, सामुदायिक रसोई व चिकित्सा शिविर की सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए. कोसी और गंडक नदी में बढ़ते जलस्तर को देखते हुए अपर मुख्य सचिव ने आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ/एनडीआरएफ,) के जिले में प्रतिनियुक्त टीम कमांडर व विभाग के अन्य
अश्विकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक की.
बैठक में एसडीआरएफ और एनडीआरएफ टीम कमांडर को निर्देश देते हुए अपर मुख्य सचिव ने कहा कि उत्तर बिहार में नदियों के बढ़ते जलस्तर के कारण बाढ़ की आशंका उत्पन्न हुई है. आपदा मोचन बल हमेशा अलर्ट मोड में रहें. उन्होंने कहा कि प्रभावित जिलों में सतत निगरानी रखी जाए. आगे उन्होंने बताया कि सुपौल में 4 , मुजफ्फरपुर में 2, पूर्वी चंपारण में 4, पश्चिमी चंपारण में 2, गोपालगंज में 2, छपरा में 2, सहरसा में 3 एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम भेजी गई है. उपरोक्त बैठक में अपर मुख्य सचिव, संयुक्त सचिव, आपदा मोचन बल के कमांडेंट व विभाग के
अन्य वरीय पदाधिकारी उपस्थित रहे. आपदा नहीं हो भारी, यदि पूरी हो तैयारी. आपदा के प्रभाव को कम-से-कम करने के लिए आपदा प्रबंधन विभाग पूरी तरह से प्रतिबद्ध है. किसी भी आपदा स्थिति में आपदा प्रबंधन के हेल्पलाइन नंबर: 0642-2294204 व टोल फ्री नंबर 070 पर तत्काल संपर्क करें.